घास के मैदान पर कढ़ाई की रानी pie chinging

हाल ही में चीनी राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन सारांश और पुरस्कार वितरण समारोह पेइचिंग के जन वृहत भवन में धूमधाम से आयोजित हुआ। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने गरीबी उन्मूलन के राष्ट्रीय मॉडल मानद उपाधि के विजेताओं को पदक और प्रमाण पत्र वितरित किए। सुश्री पाई चिंगइंग उन विजेताओं में से एक हैं। सुश्री पाई चिंगइंग
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घास के मैदान पर कढ़ाई की रानी pie chinging

हाल ही में चीनी राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन सारांश और पुरस्कार वितरण समारोह पेइचिंग के जन वृहत भवन में धूमधाम से आयोजित हुआ। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने गरीबी उन्मूलन के राष्ट्रीय मॉडल मानद उपाधि के विजेताओं को पदक और प्रमाण पत्र वितरित किए। सुश्री पाई चिंगइंग उन विजेताओं में से एक हैं। सुश्री पाई चिंगइंग मंगोलियाई जाति की हैं, जो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्य हैं। वे खयोचूंगछी क्षेत्र में मंगोलियन कढ़ाई व्यवसाय के विशेष पदोन्नति दल की नेता और मंगोलियन कढ़ाई संघ की अध्यक्ष हैं। उन्होंने सक्रिय रूप से मंगोलियन कढ़ाई और इस गैर भौतिक सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण, सृजन व विकास को बढ़ावा दिया। उन्होंने चीन में सबसे बड़ी मंगोलियाई कढ़ाई गरीबी उन्मूलन कार्यशाला की स्थापना की, मुफ्त में डिजाइन करके 1072 कढ़ाई उपजों और सात हजार से अधिक कढ़ाई चित्रों को बनाया। व्यापक कढ़ाई करने वाली मजदूर और विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद जन्मस्थान में वापस लौटकर काम करने वाले विद्यार्थी नि:शुल्क रूप से उनका प्रयोग कर सकते हैं। उनकी कोशिश से ‘उद्यम, संघ, आधार, किसान, चरवाहों’ का उद्योग संचालन मॉडल बनाया गया। साथ ही मंगोलियाई कढ़ाई उद्योग के ढांचे में भी धीरे धीरे सुधार किया गया है। उनके नेतृत्व में खयोचूंगछी की कुल 26 हजार महिलाओं ने मंगोलियाई कढ़ाई उद्योग में भाग लिया है। जिससे गरीब क्षेत्र के किसान चरवाहे महिलाएं गरीबी को दूर करके अमीर बनीं।

लोग स्नेह के साथ पाई चिंगइंग को घास के मैदान पर कढ़ाई की रानी कहते हैं। आजकल खयोचूंगछी में मंगोलियाई परंपरागत कढ़ाई न सिर्फ विकसित हो रही है, बल्कि वह गरीब जनता के लिये अमीर बनने का नया रास्ता भी बन गया है। ये सभी बदलाव सुश्री पाई चिंगइंग से अलग नहीं हो सकते हैं। इस शक्तिशाली महिला ने सरकार की गरीबी उन्मूलन से जुड़ी नीति से लाभ उठाकर किसान, चरवाहे, महिलाओं का नेतृत्व करके सूई धागे से सुखमय जीवन बनाया है।

पाई चिंगइंग का जन्म एक परंपरागत मंगोलियाई परिवार में हुआ। उनकी मां और नानी दोनों स्थानीय प्रसिद्ध कढ़ाई मास्टर हैं। बचपन में उनके कपड़े व जूतों पर कढ़ाई, घर में रजाई व पर्दा सभी मां ने तैयार किया था। हर रात सुश्री पाई अपनी मां से कढ़ाई की तकनीक सीखती थीं। वयस्क बनने के बाद व्यस्त पढ़ाई व काम के कारण सुश्री पाई ने लंबे समय में कढ़ाई नहीं की। लेकिन परंपरागत संस्कृति के प्रति गहरे प्यार की वजह से वे हमेशा मंगोलियाई कढ़ाई के विकास पर ध्यान देती हैं। हाल के कई वर्षों में उन्होंने यह देखा है कि मंगोलियाई कढ़ाई धीरे-धीरे लोगों के जीवन से दूर हो रही है। इसको लेकर उन्हें बहुत चिंता हुई। उन के ख्याल से मंगोलियाई कढ़ाई के चित्र बहुत सुन्दर हैं, रंग चमकीले हैं, और अभिव्यक्ति भी मजबूत हैं।

गरीबी उन्मूलन कार्य के विकास के साथ सुश्री पाई ने सोचा कि यह परंपरागत कढ़ाई के लिये विकास का एक अच्छा मौका है। इसलिये वर्ष 2016 से स्थानीय सरकार से समर्थन व मार्गदर्शन पाकर पाई चिंगइंग खयोचुंगछी के मंगोलियाई कढ़ाई उद्योग के विशेष पदोन्नति दल की नेता और मंगोलियन कढ़ाई संघ की अध्यक्ष का पद संभालती हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों के लिये नये धंधे खोलने या रोजगार पाने के गरीबी उन्मूलन सेवा संघ, शुभ कढ़ाई गरीबी उन्मूलन सेवा लिमिटेड कंपनी, तुषीतु कढ़ाई आधार की स्थापना की, जिससे कढ़ाई गरीबी उन्मूलन से जुड़ गया है। और मंगोलियाई कढ़ाई को विकास का नया मौका मिल गया। अपने क्षेत्र में गरीब जनसंख्या की स्थिति के अनुसार सुश्री पाई ने कढ़ाई प्रशिक्षण गरीबी उन्मूलन योजना बनायी। इसे लागू करने के बाद कढ़ाई प्रशिक्षण कार्य व्यापक रूप से किया गया, और कढ़ाई तकनीक का स्तर भी उन्नत हो गया। वर्ष 2019 के अंत तक कढ़ाई उद्योग में शामिल 2895 गरीब महिलाओं की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय में 2000 युआन से अधिक की वृद्धि हुई। 500 से अधिक कढ़ाई मजदूरों की औसत कुल आय 50 हजार युआन तक पहुंच गयी।

बाजार की मांग को पूरा करने के लिये सुश्री पाई ने सक्रिय रूप से मंगोलियाई कढ़ाई व अन्य कढ़ाई के बीच आदान-प्रदान व सहयोग को मजबूत किया। उनकी कोशिश से 500 से अधिक तरह के फैशनबल पर्यटन उत्पादों व घरेलू उत्पादों का विकास किया गया, जो जातीय विशेषता होने के साथ आधुनिक सौंदर्यबोध से भी मेल खाते हैं। उनके अलावा उत्पादों के प्रचार-प्रसार और बिक्री को मजबूत करने के लिये सुश्री पाई ने बाजार के विपणन कर्मियों के लिये प्रशिक्षण का आयोजन किया। इस तरह उन्होंने जल्दी से पूरे चीन में 37 बिक्री केंद्रों की स्थापना की। न सिर्फ आसपास के क्षेत्रों से बल्कि होहहोट, शनयांग, पेइचिंग व हांगकांग आदि क्षेत्रों से भी ऑर्डर आये हैं। गौरतलब है कि सुश्री पाई ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार का विस्तार भी किया। विदेशों में चीनी कढ़ाई उत्पादों की बिक्री से 82.5 लाख युआन की आय दर्ज हुई।

न्यूज सत्रोत आईएएनएस