लाखों भतीजे-भतीजियों को छोड़ एक भतीजे का लालच पूरा करने में जुट गईं दीदी : PM Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान की रैली के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कई सवाल भी पूछे। उन्होंने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का नाम लिए बगैर उन पर हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी पर भतीजे को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज पश्चिम
 | 
लाखों भतीजे-भतीजियों को छोड़ एक भतीजे का लालच पूरा करने में जुट गईं दीदी : PM Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान की रैली के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कई सवाल भी पूछे। उन्होंने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का नाम लिए बगैर उन पर हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी पर भतीजे को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज पश्चिम बंगाल के नौजवान, यहां के बेटे-बेटियां आपसे एक ही सवाल पूछ रहे हैं। उन्होंने आपको दीदी की भूमिका में चुना था। लेकिन आपने खुद को एक ही भतीजे की बुआ तक सीमित क्यों कर दिया? आपने एक ही भतीजे की बुआ होने के मोह को क्यों चुना?

प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी से सवाल करते हुए कहा, “बंगाल के लाखों भतीजे-भतीजियों की आशाओं के बजाय आप अपने भतीजे का लालच पूरा करने में क्यों लग गईं? आप भी भाई-भतीजावाद के उन कांग्रेसी संस्कारों को छोड़ नहीं पाईं, जिनके खिलाफ आपने बगावत की थी।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “वामपंथियों के विरुद्ध ममता दीदी ने पोरिबॉर्तन का नारा दिया था। पश्चिम बंगाल से मां, माटी, मानुष के लिए काम करने का वादा किया था। पिछले 10 साल से यहां टीएमसी की सरकार है, क्या सामान्य बंगाली परिवार के जीवन में वो परिवर्तन आया जिसकी उसे अपेक्षा थी?”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज बंगाल में मां, माटी, मानुष की क्या स्थिति है, ये आप भलीभांति जानते हैं। मां पर गली-गली में हमले होते हैं, घर में घुसकर हमले होते हैं। अभी हाल में जो अस्सी साल की बूढ़ी मां के साथ हुआ है, जो निर्ममता दिखाई गई है, उसने इन लोगों का क्रूर चेहरा, पूरे भारत को दिखा दिया है। माटी की बात करने वालों ने बंगाल का कण-कण, तिनका-तिनका, बिचौलियों, कालाबाजारी करने वालों और सिंडिकेट के हवाले कर दिया।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल की जनता की परेशानी का हवाला देते हुए कहा, “वो अपनों को इलाज के अभाव में दम तोड़ते देखता है। वो अवसरों के अभाव में अपनों को पलायन करते देख रहा है। और पूरा बंगाल अब एक स्वर में कह रहा है-आर नॉय औन्नॉय। आज बंगाल का मानुष परेशान है। वो अपनी आंखों के सामने अपनों का खून बहता देखता है। वो अपनों को अपनी आंखों से सामने लुटते देखता है।”

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस