पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने देसी नस्ल के कुत्ते पालने के मोदी के आह्वान का किया स्वागत

कई पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों को भारतीय नस्ल के कुत्तों को पालने के लिए किए गए आह्वान का स्वागत किया है और कुछ ने दावा किया है कि यह कदम विदेशी पशुओं के व्यावसायीकरण को हतोत्साहित करेगा। अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने भारतीय
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पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने देसी नस्ल के कुत्ते पालने के मोदी के आह्वान का किया स्वागत

कई पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों को भारतीय नस्ल के कुत्तों को पालने के लिए किए गए आह्वान का स्वागत किया है और कुछ ने दावा किया है कि यह कदम विदेशी पशुओं के व्यावसायीकरण को हतोत्साहित करेगा।

अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने भारतीय नस्ल के कुत्तों की बहादुरी और देश के लिए बलिदान की सराहना की। मोदी ने कहा कि कई स्थानीय नस्लों जैसे मुधोल हाउंड, हिमाचली हाउंड, राजपालयम, कन्नी, चिप्पीपराई और कंबाई ‘बहुत अच्छे और सक्षम’ हैं।

पिछले कुछ दशकों में, विदेशी नस्लों ने देश भर में पशु प्रेमियों को आकर्षित किया है जबकि देशी कुत्तों को छोड़ दिया जाता है। कई भारतीय शुद्ध नस्ल के कुत्ते हैं जो या तो पहले ही विलुप्त हो चुके हैं या इस प्रक्रिया में तेजी से आगे हैं।

प्रधानमंत्री द्वारा जिक्र किए गए नामों के अलावा, बखरवाल, गद्दी कुत्ता, गल डोंग, गूल टेरियर, इंडियन स्पिट्ज, बुली कुत्ता, जोनांगी, कैकाडी, कुमाऊं मास्टिफ, महरट्टा ग्रेहाउंड, पंडिकोना, इंडियन परियाह, रामपुर ग्रेहाउंड, वंजारी हाउंड और विखन शीपडॉग शामिल हैं।

इंडियन नेशनल केनल क्लब के मानद सचिव रेत्ती पी. जावेरी ने कहा, “लोग शुद्ध नस्ल के कुत्तों के बारे में वाकिफ नहीं हैं, क्योंकि प्रजनक उन्हें आगे नहीं लाते हैं। इसके अलावा, लोगों को उन्हें तभी पालना चाहिए जब उनके पास पर्याप्त खुली जगह हो। फ्लैट या छोटे घरों में रहने वालों को स्ट्रीट डॉग (आवारा कुत्तों) को पालना चाहिए।”

मोदी ने कहा कि देसी कुत्तों की देखभाल में कम खर्च आता है और वे भारतीय परिस्थितियों के भी आदी होते हैं। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों के पास कई ऐसे बहादुर कुत्ते हैं जो देश के लिए जीते हैं और सर्वोच्च बलिदान भी करते हैं।

पेटा (पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स) के सचिन बंगेरा ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को सही ढंग से याद दिलाया है कि भारतीय कुत्ते कितने अद्भुत और स्मार्ट होते हैं और इनमें वे भी शामिल हैं जिन्हें हम हर सड़क पर देखते हैं। समय, संसाधन, धैर्य और प्यार के साथ लोगों को स्थानीय पशु आश्रयों से कुत्तों को अपनाने का विकल्प चुनना चाहिए।”

एक अन्य कार्यकर्ता गौरी मौलेखी ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि “यह क्रूर और अवैध प्रजनन और विदेशी पशुओं के व्यावसायीकरण को हतोत्साहित करेगा।”

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस