बांग्लादेश सरकार ने अपराध में शामिल किसी को नहीं बख्शा: Hasina

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि उनकी सरकार ने ‘सैन्य तानाशाह जि़याउर रहमान द्वारा शुरू की गई अतिरिक्त न्यायिक हत्याओं की विरासत और उनकी पत्नी खालिदा जिया द्वारा संस्थागत अपराध’ को रोकने के लिए, अपराधों में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा है। उन्होंने संसद में दिए अपने भाषण में राष्ट्र
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बांग्लादेश सरकार ने अपराध में शामिल किसी को नहीं बख्शा: Hasina

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि उनकी सरकार ने ‘सैन्य तानाशाह जि़याउर रहमान द्वारा शुरू की गई अतिरिक्त न्यायिक हत्याओं की विरासत और उनकी पत्नी खालिदा जिया द्वारा संस्थागत अपराध’ को रोकने के लिए, अपराधों में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा है।

उन्होंने संसद में दिए अपने भाषण में राष्ट्र को यह याद रखने के लिए भी कहा कि रहमान द्वारा कई सैन्य अधिकारियों, अवामी लीग के नेताओं और कार्यकतार्ओं के लापता होने के बाद बांग्लादेश में अतिरिक्त न्यायिक हत्याएं हुईं।

हसीना ने गुरुवार को कहा कि इसके बाद उनकी (जियाउर रहमान) पत्नी खालिदा जिया के कार्यकाल के दौरान अतिरिक्त न्यायिक हत्याओं ने संस्थागत आकार धारण कर लिया।

सदन की नेता हसीना ने ग्यारहवें राष्ट्रीय संसद के 9वें सत्र में अपने भाषण में यह भी कहा कि विपक्ष के उपनेता और जातिय पार्टी के अध्यक्ष जीएम क्वादर ने इन हत्याओं के मुद्दे पर उनका ध्यान आकर्षित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “आप असाधारण हत्याओं के बारे में बात कर रहे हैं। लेकिन इसकी पहल किसने की थी? यह जियाउर रहमान के कार्यकाल के दौरान शुरू हुआ, क्योंकि उस समय हमारे कई नेताओं और कार्यकतार्ओं के शरीर भी नहीं मिले थे। और बाद में उनकी (जियाउर रहमान) पत्नी खालिदा जिया के कार्यकाल के दौरान इसे (असाधारण हत्या) संस्थागत आकार मिला। हमने इस सिलसिले को रोकने की कोशिश की।”

स्पीकर शीरीन शरमिन चौधरी के साथ 9वें सत्र की बैठक गुरुवार की सुबह हुई।

प्रधानमंत्री ने सभी से कानून लागू करने वालों की आलोचना करने को लेकर यथार्थवादी और रचनात्मक होने का आह्वान किया, क्योंकि वे अपने जीवन को खतरे में डालकर ड्रग्स, आतंकवाद और उग्रवाद को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं, साथ ही वह यह भी ध्यान रखते हैं कि वे (कानून लागू करने वाले) ऐसा करने में अपना जोश न खो दें।

उन्होंने आगे कहा, “साथ ही, हमें यह भी सोचना होगा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां अपने जीवन को खतरे में डालकर मादक पदार्थों, आतंकवाद और उग्रवाद को नियंत्रित करने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं और उन्होंने इसके लिए बहुत बड़ी सफलता हासिल की है।”

उन्होंने सभी को याद दिलाया कि यदि कोई (अप्रत्याशित) घटना होती है, तो उनकी सरकार किसी को भी नहीं बख्श रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि वे गलत काम करने वालों के खिलाफ उचित कदम उठा रही हैं।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस