असम का खूबसूरत ओरांग राष्ट्रीय उद्यान, जानिए क्या है खास

ह्मपुत्र और बराक नदी घाटी के साथ बसा असम पूर्वोत्तर भारत एक खास राज्य है। यह राज्य सांस्कृतिक और प्राकृतिक रूप से काफी समृद्ध है। असम भुटान, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मेधालय आदि राज्यों से घिरा हुआ है। हिमालय की छत्रछाया में बसा असम पर्यटन के मामले में काफी खास माना जाता है। यहां मौजूद
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ह्मपुत्र और बराक नदी घाटी के साथ बसा असम पूर्वोत्तर भारत एक खास राज्य है। यह राज्य सांस्कृतिक और प्राकृतिक रूप से काफी समृद्ध है। असम भुटान, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मेधालय आदि राज्यों से घिरा हुआ है। हिमालय की छत्रछाया में बसा असम पर्यटन के मामले में काफी खास माना जाता है। यहां मौजूद प्राचीन मंदिर, नदी, पहाड़ी घाटियां, जलप्रपात और वन्यजीव अभयारण्य पर्यटकों को काफी ज्यादा प्रभावित करते हैं। एक शानदार अवकाश के लिए यहां का प्लान बनाया जा सकता है। असम में घूमने-फिरने और देखने योग्य कई खूबसूरत स्थल मौजूद हैं। इस खास लेख में हम आपको असम के प्राकृतिक खजाने में से एक ओरांग राष्ट्रीय उद्यान के बारे में बताने जा रहे हैं, जानिए यह अभयारण्य आपको किस प्रकार आनंदित कर सकता है। ओरांग राष्ट्रीय उद्यान ओरांग राष्ट्रीय उद्यान पूर्वोत्तर भारत के असम राज्य का एक लोकप्रिय नेशनल पार्क है, जो दारांग और सोनितपुर जिले में ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे में स्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान राजीव गांधी ओरांग नेशनल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। लगभग 78.81 वर्ग कि.मी के क्षेत्र में फैला यह उद्यान विभिन्न वनस्पतियों, जंगली जीवों और पक्षियों की प्रजातियों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है। इसे 1985 में एक अभयारण्य के रूप में विकसित किया गया और 13 अप्रैल 1999 में इसे नेशनल पार्क का दर्जा दिया गया। आप यहां कई जंगली जीवों को देख सकते हैं, जिसमें एक सिंग वाला गेंडा, बंगाल टाइगर, हाथी, जंगली भैंस, हिरण, जंगली सूअर आदि शामिल हैं। यहां मछलियों की 50 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। इसके अलावा आप यहां कई पक्षि प्रजातियों को भी देख सकते हैं। आने का सही समय ग्रीष्मकाल के दौरान यह स्थल काफी ज्यादा उष्मा ग्रहण करता है, इसलिए यह स्थल अप्रैल से जुलाई के मध्य काफी ज्यादा गर्म रहता है। यहां आने का आदर्श समय सितंबर से लेकर मार्च के मध्य का है। इस दौरान यहां की प्राकृतिक सौंदर्यता देखने लायक होती है, और आसपास के पर्यटन स्थलों को भी आराम से देख सकते हैं। क्यों आएं ओरांग ? ओरांग की यात्रा आपके लिए कई मायनों में खास हो सकती है, वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए यह एक आदर्श स्थल हैस, जहां आप वन्यजीवन को करीब से देख सकते हैं। यह राष्ट्रीय उद्यान एक आदर्श जैव विविधता के रूप को प्रदर्शित करता है। पक्षी विहार का शौक रखने वाले भी यहां आ सकते हैं, यहां स्थानीय के साथ-साथ प्रवासी पक्षियों की कई प्रजातियों को देखा जा सकता है। आप चाहें तो यहां के आसपास के पर्यटन स्थलों को भी भ्रमण कर सकते हैं। आप यहां से मानस राष्ट्रीय उद्यान की रोमांचक सैर के लिए जा सकते हैं। इसके अलावा आप गांधी स्मृति पार्क, बोरनादी वन्यजीव अभयारण्य, पथरूघाट शहीद मीनार, कामाख्या मंदिर, बहता बिल, पुखुरिया बिल, जयपाल पुखुरी आदि की सैर का आनंद ले सकते हैं। कैसे करें प्रवेश ओरांग राष्ट्रीय उद्यान आप परिवहन के तीनों साधनों की मदद से पहुंच सकते हैं, यहां का निकटवर्ती हवाईअड्डा तेजपुर एयरपोर्ट है। लेकिन हवाई यात्रा के लिए गुवाहाटी हवाईअड्डा बेहतर विकल्प होगा। रेल सेवा के लिए आप तेजपुर या गुवाहाटी रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं। अगर आप चाहें तो यहां सड़क मार्गों से भी पहुंच सकते हैं, बेहतर सड़क मार्गों से ओरांग शहर से कई बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा है।