CBI ने माइंस सेफ्टी के डिप्टी डीजी के खिलाफ मामला दर्ज किया

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को निजी व्यक्तियों की मिलीभगत से डायरेक्टरेट जनरल ऑफ माइंस सेफ्टी (डीजीएमएस) के लोक सेवक से जुड़े एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिन्होंने मौखिक परीक्षा में कुछ उम्मीदवारों की योग्यता सुनिश्चित करने के लिए साक्षात्कार बोर्ड के सदस्यों के साथ मिलकर गड़बड़ी की है। सीबीआई ने उप महानिदेशक
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CBI ने माइंस सेफ्टी के डिप्टी डीजी के खिलाफ मामला दर्ज किया

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को निजी व्यक्तियों की मिलीभगत से डायरेक्टरेट जनरल ऑफ माइंस सेफ्टी (डीजीएमएस) के लोक सेवक से जुड़े एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिन्होंने मौखिक परीक्षा में कुछ उम्मीदवारों की योग्यता सुनिश्चित करने के लिए साक्षात्कार बोर्ड के सदस्यों के साथ मिलकर गड़बड़ी की है। सीबीआई ने उप महानिदेशक (मध्य क्षेत्र), डीजीएमएस, प्रधान कार्यालय, धनबाद के अलावा दो निजी व्यक्तियों और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। इन पर आरोप लगाया गया है कि उप महानिदेशक (मध्य क्षेत्र) ने निजी व्यक्तियों और अन्य लोगों के साथ मिलकर साजिश की और मौखिक साक्षात्कार में गड़बड़ी में शामिल हुए।

आरोप है कि डायरेक्टरेट जनरल ऑफ माइंस सेफ्टी (डीजीएमएस) की ओर से कंप्यूटर आधारित परीक्षा होने के बाद आयोजित होने वाले मौखिक साक्षात्कार में कुछ उम्मीदावरों को अवैध तौर पर फायदा पहुंचाया। आरोप है कि साक्षात्कार बोर्ड के सदस्यों को भी प्रभावित किया गया और उम्मीदवारों को अवैध तरीके से पास करने को लेकर भारी मात्रा में अवैध रिश्वत का भी उपयोग हुआ।

यह भी आरोप लगाया गया कि वह मौखिक परीक्षा 3 मार्च से 20 मार्च, 2021 के बीच खान सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा आयोजित की गई थी।

आगे आरोप लगाया गया कि उप महानिदेशक (मध्य क्षेत्र) ने उस साक्षात्कार में 48 उम्मीदवारों को योग्य घोषित किया, जिन्हें उक्त निजी व्यक्ति द्वारा भेजा गया था।

ऐसे प्रत्येक उम्मीदवार के लिए, कथित रूप से लोक सेवक ने 1.5 लाख रुपये की राशि को स्वीकार करने के लिए सहमति व्यक्त की और इस तरह से उसने कुल 72 लाख रुपये जुटाए। यह आरोप लगाया गया कि उक्त राशि को दो किस्तों में एक अन्य निजी व्यक्ति (लोक सेवक के रिश्तेदार), लखीसराय (बिहार) में वितरित किया जाना था।

सीबीआई ने एक जाल बिछाया और 35 लाख रुपये की कथित रिश्वत राशि की पहली किस्त का आदान-प्रदान करते हुए आरोपी व्यक्तियों को पकड़ लिया।

इस मामले के संबंध में लखीसराय, धनबाद, रांची, नागपुर, उदयपुर, शहडोल, हैदराबाद, बिलासपुर सहित 12 स्थानों पर तलाशी की जा रही है। इस मामले से जुड़े कुछ आपराधिक दस्तावेजों की बरामदगी भी हुई है।

न्यूज सत्रोत आईएएनएस