China के इस निर्णय से वैश्विक वैक्सीन सहयोग को मिलेगी मजबूती

चीन ने घोषणा की है कि वह वैश्विक वैक्सीन आवंटन योजना (कोवाक्स) में शामिल होगा, जो कि कोविड-19 टीकों के लिए समान वैश्विक पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक अंतर्राष्ट्रीय पहल है। इससे चीन का विश्व के साथ कोविड-19 महामारी से लड़ने का संकल्प भी जाहिर हुआ है। यह चीन के लिए एक महत्वपूर्ण
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China के इस निर्णय से वैश्विक वैक्सीन सहयोग को मिलेगी मजबूती

चीन ने घोषणा की है कि वह वैश्विक वैक्सीन आवंटन योजना (कोवाक्स) में शामिल होगा, जो कि कोविड-19 टीकों के लिए समान वैश्विक पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक अंतर्राष्ट्रीय पहल है। इससे चीन का विश्व के साथ कोविड-19 महामारी से लड़ने का संकल्प भी जाहिर हुआ है। यह चीन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह उसकी कोविड-19 टीकों को वैश्विक जनता की भलाई में बदलने की प्रतिबद्धता से मेल खाता है। देखें तो कोविड-19 महामारी अभी भी सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि कोविड-19 टीके दुनिया भर के सभी देशों में वितरित किए जाएं, न कि केवल धनी राष्ट्रों को।

चीन ने लंबे समय से यह सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस प्रतिबद्धता दिखाई है कि जब टीके को विकसित कर लिया जाएगा तो उसे वैश्विक सार्वजनिक उत्पाद बनाया जाएगा और विकासशील देशों को प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा। जाहिर है, इससे वैश्विक वैक्सीन सहयोग को मजबूती मिलेगी।

दरअसल, डब्ल्यूएचओ अपने कोवाक्स वैक्सीनेशन प्रोग्राम के जरिए दुनियाभर में टीका वितरण की योजना पर काम कर रहा है, विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर देशों के लिए। इस काम में गेट्स फाउंडेशन से फंडिंग प्राप्त वैक्सीन अलायंस ‘गावी’ (जीएवीआई) भी सहयोग कर रहा है। कोवाक्स के तहत डब्ल्यूएचओ साल 2021 के अंत तक 2 अरब टीके तैयार करना चाहता है। लेकिन इस काम में अमेरिका ने भागीदारी करने से मना कर दिया है। ऐसे में कोवाक्स कार्यक्रम के लिए जरूरी फंड एकत्र करने में डब्ल्यूएचओ को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

बहरहाल, चीन इस क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। उसके चार कोविड-19 टीके नैदानिक परीक्षण के अंतिम चरण में हैं, और उसके पास पर्याप्त उत्पादन क्षमता भी है, इसके बावजूद उसने कोवाक्स में शामिल होने का निर्णय लिया है, जिसका उद्देश्य साल 2021 के अंत में 2 अरब वैक्सीन उपलब्ध करवाना है।

चीन विशेष रूप से विकासशील देशों को टीकों के समान वितरण को सुनिश्चित करने के लिए यह ठोस कदम उठा रहा है, और उम्मीद करता है कि अधिक सक्षम देश भी शामिल होंगे और कोवाक्स का समर्थन करेंगे। चीन कोवाक्स कार्यक्रम के माध्यम से प्रासंगिक देशों के साथ टीका सहयोग को भी मजबूत करेगा।

चीन ने आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ महामारी नियंत्रण के समन्वय से कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में प्रमुख रणनीतिक उपलब्धियां हासिल की हैं। हाल ही में राष्ट्रीय दिवस की छुट्टियों के दौरान, लगभग 70 करोड़ चीनी लोगों ने देश भर में यात्राएं कीं, जो उसकी सफलता के पैमाने को दर्शाता है।

वैसे भी वैश्विक महामारी के संदर्भ में, अकेले खड़े होना असंभव है। कोवाक्स में भागीदारी से चीन ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है कि वह अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को आगे बढ़ाता रहेगा, वैश्विक प्रतिक्रिया में विश्व स्वास्थ्य संगठन की अग्रणी भूमिका का समर्थन करता रहेगा, अन्य देशों के साथ अपने अनुभवों को साझा करता रहेगा, और कमजोर क्षमता वाले देशों और क्षेत्रों को समर्थन और सहायता देता रहेगा।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस