Xinjiang में अल्पसंख्यक जातियों की परिवार नियोजन नीति अधिक शिथिल

चीन के शिनच्यांग प्रदेश में अल्पसंख्यक जातियों की परिवार नियोजन नीति हान जाति से 17 साल देरी से शुरू की गई और वह अधिक शिथिल है। और चीन के इस राज्य में किसी अल्पसंख्यक जाति के लिए विशेष परिवार नियोजन नीति लागू नहीं की गई। शिनच्यांग में वर्ष 1981 से हान जातीय लोगों में परिवार
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Xinjiang में अल्पसंख्यक जातियों की परिवार नियोजन नीति अधिक शिथिल

चीन के शिनच्यांग प्रदेश में अल्पसंख्यक जातियों की परिवार नियोजन नीति हान जाति से 17 साल देरी से शुरू की गई और वह अधिक शिथिल है। और चीन के इस राज्य में किसी अल्पसंख्यक जाति के लिए विशेष परिवार नियोजन नीति लागू नहीं की गई। शिनच्यांग में वर्ष 1981 से हान जातीय लोगों में परिवार नियोजन नीति लागू की गयी। वर्ष 1992 में शिनच्यांग के तमाम लोगों में ऐसी नीति कायम होने लगी। लेकिन अल्पसंख्यक जातियों के लिए परिवार नियोजन नीति फिर भी अधिक शिथिल है। वर्ष 2017 में शिनच्यांग में सभी जातीय समूहों के लिए एकीकृत परिवार नियोजन नीति को लागू करना शुरू किया गया, यानी शहरी निवासियों के लिए एक परिवार दो बच्चे और ग्रामीण क्षेत्रों में एक दंपत्ति के लिए तीन बच्चे।

उधर शिनच्यांग विकास अनुसंधान केंद्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, शिनच्यांग में परिवार नियोजन नीति लागू करने से दीर्घकालिक जनसंख्या विकास को बढ़ावा मिलेगा। शिनच्यांग प्रदेश में सूखा होने के कारण मरुस्थलीकरण की समस्या गंभीर है। जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और कृषि योग्य भूमि की कमी गंभीर होती जा रही है। शिनच्यांग के दक्षिणी भाग में प्रति व्यक्ति के लिए केवल 2.32 मू खेत है जो विश्व की औसत मात्रा का 67 प्रतिशत है। जनसंख्या की तीव्र वृद्धि से स्थानीय लोगों पर अत्यधिक आर्थिक बोझ डाला गया है।

विश्व जनसंख्या विकास की प्रवृत्ति के अनुसार आर्थिक और सामाजिक विकास का स्तर जितना अधिक होगा, तब प्रजनन दर और प्राकृतिक जनसंख्या की वृद्धि दर भी तदनुसार घटेगी। शिनच्यांग में अर्थव्यवस्था के विकास के चलते यात्रा, आवास, शिक्षा, चिकित्सा उपचार और रोजगार आदि में भी मूलभूत परिवर्तन आया है। अब शिनच्यांग प्रदेश में आधुनिक प्रकार की जनसंख्या वृद्धि दर्ज की गयी है और आबादी की गुणवत्ता में लगातार सुधार हुआ है।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस