China में राष्ट्रीय भाषा ‘मंदारिन’ का बड़ा महत्व

चीन की राष्ट्रीय भाषा ‘मंदारिन’ देश में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है, और यह चीन में साझा राष्ट्रीय पहचान की भावना का निर्माण करने का एक महत्वपूर्ण साधन भी है, जहां 56 जातीय समूहों का निवास-स्थान है। चीनी भाषा ‘मंदारिन’ दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। दुनिया की एक अरब
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China में राष्ट्रीय भाषा ‘मंदारिन’ का बड़ा महत्व

चीन की राष्ट्रीय भाषा ‘मंदारिन’ देश में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है, और यह चीन में साझा राष्ट्रीय पहचान की भावना का निर्माण करने का एक महत्वपूर्ण साधन भी है, जहां 56 जातीय समूहों का निवास-स्थान है। चीनी भाषा ‘मंदारिन’ दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। दुनिया की एक अरब से अधिक आबादी चीनी भाषी है। चीनी आबादी पहले से ही दुनिया की आबादी का पांचवां हिस्सा है और हर जगह तेजी से अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है। आधुनिक मानक चीनी भाषा संयुक्त राष्ट्र की एक आधिकारिक भाषा है।\

आमतौर पर, चीन में राष्ट्रीय भाषा पर अच्छी पकड़ रखने वाले क्षेत्रों में रोजगार का स्तर अपेक्षाकृत अच्छा है, और जो लोग मंदारिन भाषा नहीं बोलते हैं, वे अधिकांश दूरदराज के गरीब ग्रामीण क्षेत्रों में होते हैं। उनके लिए मंदारिन भाषा जानने और बोलने बगैर गरीबी और पिछड़ापन से बाहर निकल पाना बेहद कठिन रहता है। इन दूरस्थ क्षेत्रों में गैर-हान जातीय समूहों के युवाओं को अपने जीवन की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए राष्ट्रीय भाषा की बेहतर समझ की जरूरत है।

बच्चे चीनी राष्ट्र का भविष्य हैं, इसलिए चीन सरकार इस बात पर खास जोर देती है कि सभी जातीय समूहों के छात्रों को राष्ट्रीय भाषा का अच्छा ज्ञान हो। चीन के स्कूलों में यह सुनिश्चित किया जाता है कि सभी छात्र 9 साल की अनिवार्य शिक्षा के चरण के दौरान बोली जाने वाली और लिखित मंदारिन में दक्षता हासिल करें।

वैश्वीकरण और बाजारीकरण के चलते, आज क्षेत्रीय अलगाव टूट गया है और विभिन्न उत्पादन संसाधनों, विशेष रूप से मानव संसाधनों के प्रवाह में काफी वृद्धि हुई है। इसके परिणामस्वरूप, चीन में जातीय अल्पसंख्यक समूहों के कुछ बच्चे अपनी भाषाओं के साथ अब मुख्य रूप से मंदारिन बोलते हैं। वाकई, यह एक अपरिहार्य प्रवृत्ति है।

लेकिन राष्ट्रीय भाषा स्वयं जातीय एकीकरण का उत्पाद है, और सभी जातीय भाषाओं ने इसके गठन में योगदान दिया है। इसलिए चीन में मंदारिन को लोकप्रिय बनाते हुए जातीय भाषाओं और स्थानीय बोलियों को संजोने और संरक्षित करने का प्रयास किया जाना चाहिए, क्योंकि प्रत्येक बोली और जातीय भाषा राष्ट्रीय आम भाषा का एक अनमोल संसाधन है।

चीनी संविधान और क्षेत्रीय राष्ट्रीय स्वायत्तता पर कानून जोर देते हैं कि देश को सभी क्षेत्रों में राष्ट्रीय भाषा के लोकप्रियकरण को बढ़ावा देना चाहिए, लेकिन वे यह भी निर्धारित करते हैं कि चीन में सभी जातीय समूहों को अपनी स्वयं की बोली और लिखित भाषाओं का उपयोग करने और विकसित करने की स्वतंत्रता है, क्योंकि वे चीनी संस्कृति के अभिन्न अंग भी हैं।

न्यूज स्त्रोत आइएएनएस