उनके संग स्‍नोफॉल का लुत्‍फ उठाना है तो हो आएं उत्‍तराखंड

छोटे-छोटे गांव, हरे-हरे पौधों पर बिखरी बर्फ और पर्वतों पर बिछी बर्फ की चादर। महज कल्पना नहीं है ये तो हकीकत है उत्तराखंड की। जी हां ऐसी लोकेशन पर रोमांस सिर्फ फिल्मों में ही नहीं हो सकता। असल जिंदगी में भी आप ऐसी ही लोकेशन पर अपने प्यार के साथ और भी ज्यादा रोमांटिक और खूबसूरत पल बिता
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छोटे-छोटे गांव, हरे-हरे पौधों पर बिखरी बर्फ और पर्वतों पर बिछी बर्फ की चादर। महज कल्‍पना नहीं है ये तो हकीकत है उत्‍तराखंड की। जी हां ऐसी लोकेशन पर रोमांस सिर्फ फिल्‍मों में ही नहीं हो सकता। असल जिंदगी में भी आप ऐसी ही लोकेशन पर अपने प्‍यार के साथ और भी ज्‍यादा रोमांटिक और खूबसूरत पल बिता सकते हैं। उत्‍तराखंड में ऐसी कई जगहें हैं जिन्‍हें देखकर लगता है कि रोमांस कहीं है तो बस यहीं है। अगर आप भी रोमांटिक ट्रिप के लिए डेस्टिनेशन की प्‍लानिंग कर रहे हैं तो उत्‍राखंड की इन जगहों पर जाना हरगिज न भूलें।

मुनस्‍यारी

यह हर तरफ से पर्वतों से घिरी हुई जगह है। यहां गंगा नदी के किनारे बसे छोटे-छोटे गांव और उनकी खूबसूरती पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। यहां भी अच्‍छी बर्फबारी होती है। दिल्‍ली से यह जगह 560 किलोमीटर दूर है।

माधुरी दीक्षित के नाम से जानी जाती है यह खूबसूरत झील

नैचरल ब्यूटी के मामले में अरुणाचल प्रदेश का कोई जोड़ नहीं। वहीं अरुणाचल प्रदेश से तीन घंटे का रास्ता तय करने के बाद आप एक बेहद खूबसूरत लोकेशन पर पहुंच सकते हैं। यह जगह संगेत्सर लेक के नाम से फेमस है। इस जगह को बॉलिवुड ऐक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के नाम पर माधुरी लेक भी कहा जाता है।
बताया जाता है कि यह झील 1973 में आए भूकंप की वजह से बनी थी। झील के बीच में आपको सूखे पेड़ दिखाई देंगे जो इसकी खास बात है। सर्दियों के दौरान यह झील जम जाती है। इस पर पड़ने वाली सूरज की रोशनी और आसमान का रिफ्लैक्शन काफी खूबसूरत दिखाई देता है।
झील तवांग से करीब 30 किमी की दूरी पर है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3708 मीटर है। अगर आप यहां जाना चाहते हैं तो तवांग से वाहन किराए पर ले सकते हैं। झील के पास में छोटा सा पार्किंग बेस भी है।
झील का नाम संगेत्सर झील है लेकिन 90 के दशक में इसका नाम माधुरी लेक पड़ गया। इसके पीछे वजह भी काफी इंट्रेस्टिंग है। दरअसल माधुरी दीक्षित और शाहरुख खान स्टारर फिल्म कोयला की शूटिंग इसी लेक साइट पर हुई थी। फिल्म के गाने ‘तन्हाई’ के साथ यह झील भी काफी फेमस हुई। (Courtesy: Pinterest)
झील का नाम माधुरी के नाम पर पड़ने के बाद बॉलिवुड लवर्स खासतौर पर यहां आने लगे। यहां की खूबसूरती आप कभी भूल नहीं पाएंगे।
ल तक जाने का रास्ता इतना आसान भी नहीं है। लेक तक जाने के लिए आपको डिस्ट्रिक्ट कमिशनर के ऑफिस से स्पेशल परमिट लेना होगा। तवांग से यहां पहुंचने में आपको ढाई से तीन घंटे का वक्त लगेगा।
माधुरी लेक जाते वक्त पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी लेकर जाएं। जर्नी की शुरुआत सुबह 7.30 या 8.00 बजे करें।

मुक्‍तेश्‍वर

यूं तो उत्‍तराखंड में तमाम बेहतरीन डेस्टिनेशन हैं लेकिन मुक्‍तेश्‍वर की बात ही अलग है। यहां हैवी स्‍नोफॉल होता है। इसके चलते यूं लगता है जैसे पूरा मुक्‍तेश्‍वर बर्फ से सजाया गया हो। दिल्‍ली से यह जगह केवल 350 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां जाएं तो कपिलेश्‍वर टेंपल ट्रेक, बर्ड वॉचिंग और वॉटरफॉल्‍स देखना न भूलें।

धनौल्‍टी

धनौल्‍टी मसूरी से कुछ ही दूरी पर स्थित है। यह बहुत ही शांत और खूबसूरत जगह है। यह जगह देवदार के वृक्षों से घिरी हुई है और यही इस लोकेशन की खासियत भी हैं। धनौल्‍टी में जोरांडा फॉल्‍स, इको पार्क, हिमायलन वीवर्स, सुरकंडा देवी, दशावतार मंदिर और धनौल्‍टी अडवेंचर पार्क सहित अन्‍य जगहों की सैर कर सकते हैं। बहरहाल, सर्दियों में यहां स्‍नोफॉल का लुत्‍फ उठाने के लिए पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है।