फ्रेंच किस करने से पहले जान ले ये बात, वरना हो सकते है गंभीर बीमारी का शिकार

रोमांस करते समय पार्टनर को किस करना एक आम बात है। लेकिन जब बात सेक्स की आती है तो सिर्फ मजा और मस्ती नहीं बल्कि सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज या सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन का खतरा भी रहता है। हम आपको बता दें कि गॉनोरिया की एक सेक्शुअली ट्रांसमिटेड बीमारी है जो दुनियाभर में काफी कॉमन है। वैसे
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रोमांस करते समय पार्टनर को किस करना एक आम बात है। लेकिन जब बात सेक्स की आती है तो सिर्फ मजा और मस्ती नहीं बल्कि सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज या सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन का खतरा भी रहता है। हम आपको बता दें कि गॉनोरिया की एक सेक्शुअली ट्रांसमिटेड बीमारी है जो दुनियाभर में काफी कॉमन है। वैसे तो गॉनोरिया सिर्फ जेनिटल्स से फैलता है लेकिन एक नई रिसर्च में यह बात कही गई है कि गले में भी गॉनोरिया होने का खतरा हो सकता है जो सिर्फ किस करने से फैलता है।

सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन नाम के जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक डीप किसिंग जिसमें फ्रेंच किसिंग और किसिंग के दौरान जीभ का इस्तेमाल शामिल होता है कि वजह से भी गे या बाइसेक्शुअल पुरुषों में गले में गॉनोरिया इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है। गॉनोरिया रेक्टम के अलावा कंठ और आंखों में भी हो सकता है और उसका इलाज काफी मुश्किल माना जाता है क्योंकि इस इन्फेक्शन पर कई बार ऐंटिबायॉटिक्स भी असर नहीं करती है।

वैसे तो पब्लिक हेल्थ कैम्पेनर्स ने लोगों को कॉन्डम यूज के जरिए गॉनोरिया होने के खतरे को कम करने की सलाह दी है लेकिन इस नई स्टडी के नतीजे बताते हैं कि लोगों को सिर्फ यह सलाह देना काफी नहीं है। फ्रेंच किसिंग या डीप किसिंग के जरिए कंठ में गॉनोरिया का खतरा रहता है या नहीं इस बात की जांच के लिए ऑस्ट्रेलिया के मेलर्बन में पब्लिक हेल्थ सर्विस ने 2016-17 के बीच 3100 पुरुषों की जांच की और उनसे डेटा इक्ट्ठा किया। स्टडी में शामिल पुरुष या तो गे थे या बाइसेक्शुअल। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि गॉनोरिया हेट्रोसेक्शुअल्स की तुलना में इस कम्युनिटी के लोगों में ज्यादा पाया जाता है।