भारतीय फिल्मों की चीनी बॉक्स आफिस पर रिलीज से हो रहा था फायदा पर अब लग गया ग्रहण

कोरोना वायरस का कहर पूरे विश्व में कितनी तेजी से फैल रहा है इसके बारे में कुछ भी शायद बताने की जरूरत नहीं हैं। एक तरफ कोरोना वायरस इंसानी जिंदगी को अपनी गिरफ्त में रहा है वहीं दूसरी तरफ इससे कई बड़ी बड़ी फिल्म इंडस्ट्रियों को भी प्रभावित किया है। पूरे विश्व के लोग इससे
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भारतीय फिल्मों की चीनी बॉक्स आफिस पर रिलीज से हो रहा था फायदा पर अब लग गया ग्रहण

कोरोना वायरस का कहर पूरे विश्व में कितनी तेजी से फैल रहा है इसके बारे में कुछ भी शायद बताने की जरूरत नहीं हैं। एक तरफ कोरोना वायरस इंसानी जिंदगी को अपनी गिरफ्त में रहा है वहीं दूसरी तरफ इससे कई बड़ी बड़ी फिल्म इंडस्ट्रियों को भी प्रभावित किया है। पूरे विश्व के लोग इससे किसी ना किसी तरह से प्रभावित हैं। विश्व की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री हॉलीवुड भी पर इसका काफी बड़ा असर देखने को मिला है। इसके अलावा दूसरी सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री चीन पर भी इसका प्रभाव जाहिर है कि देखने को मिला है। कोरोना वायरस के कहर की शुरूआत ही चीन से हुई थी। लेकिन चीन फिल्म इंडस्ट्री पर असर से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री पर इसका काफी ज्यादा प्रभाव देखने को मिला है। पिछले कुछ बीते सालों में चीनी बॉक्स आफिस पर भारतीय फिल्मों का कारोबार काफी तेजी से बढ़ रहा था।

चीन में जितनी फिल्में रिलीज हुई हैं उन सभी फिल्मों ने वहां के बॉक्स आफिस पर अच्छी खासी कमाई करके कई रिकॉर्ड तक अपने नाम कर लिए है। ये कहा जा सकता है कि चीन भारतीय फिल्मों के सबसे बड़े बाजार के रूप में उभर रहा था। हिंदी फिल्मों की चीन में कमाई काफी शानदार और आश्चर्यजनक थी। आपको बता दें कि आमिर खान की फिल्म दंगल ने घरेलू बॉक्स आफिस पर करीब 387 के पार की कमाई की वहीं चीनी बॉक्स आफिस पर 1200 करोड़ की कमाई की है।

तो आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि भारत की तुलना में भारतीय फिल्मों को चीन में ज्यादा पसंद किया जाता है। इसके अलावा आमिर खान की फिल्म सीक्रेट सुपरस्टार ने सिर्फ चीन में करीब 760 करोड़ का कारोबार कर ले गई थी। वहीं भारत में फिल्म ने करीब 80 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी।

इसके अलावा इरफान खान की हिंदी मीडियम, सलमान खान की बजरंगी भाईजान के अलावा और भी कई फिल्मों ने चीनी बॉक्स आफिस धाकड़ कमाई करके रिकॉर्ड कायम किया है। भारतीय फिल्मों के सहारे चीन फिल्म उद्योग भी फल फूल रहा था। आपको बता दें कि जिस चीन में साल 2011 तक महज 9 हजार स्क्रीन्स हुआ करते थे अब ये आंकड़ा करीब 70 हजार तक पहुंच गया है।

तो ऐसे में आप सोच सकते हैं कि चीन में कितनी तेजी से स्क्रीन्स में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। खैर इस वक्त चीन के सभी सिनेमाघरों में ताला लगा हुआ हैं और वहां को फिल्म व्यापर भी इस वक्त बंद हैं और देश के हालात तो आप जानते हैं कि यहां 19 मार्च से कोई भी फिल्म नहीं रिलीज हुई हैं। अब हर किसी को इंतजार है कि सिनेमाघर और लॉकडाउन खुलने का।