विश्व का एकमात्र मंदिर जहाँ होती है मुस्लिम महिला की पूजा

हिन्दु और मुस्लिमों में हमेशा नफरत की आग देखी गयी है लेकिन कहीं ना कहीं भाईचारे की भावना भी आती है। आज के समय में धर्म के नाम पर लोग राजनीति करते हैं और इसकी आड में अपनी रोटी सेकते है। अपने फायदे के लिए राजनेता धर्म के नाम पर कई प्रकार की घटनाओं को
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हिन्दु और मुस्लिमों में हमेशा नफरत की आग देखी गयी है लेकिन कहीं ना कहीं भाईचारे की भावना भी आती है। आज के समय में धर्म के नाम पर लोग राजनीति करते हैं और इसकी आड में अपनी रोटी सेकते है। अपने फायदे के लिए राजनेता धर्म के नाम पर कई प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे देते है।

एक ऐसे गांव की जहां हिंदू और मुस्लिम की एकता की अनोखी मसाल है। इस गांव में एक हिंदू मंदिर में मुस्लिम महिला की पूजा की जाती है। यह गांव गुजरात के अहमदाबाद से करीब 40 किमी दूर झूलासन है। यहां हिंदू और मुस्लिम एकता के रूप में मुस्लिम महिला की पूजा की जाती है।

ऐसी मान्यता है कि सैकडों साल पहले डोला नाम की एक मुस्लिम महिला ने उपद्रवियों से अपने गांव को बचाने के लिए बडी साहस से उनसे लडाई की। अपने गांव की रक्षा करते करते डोला ने अपनी जान दे दी। मरने के बाद डोला का शरीर एक फूल में बदल गया था और बलिदान के चलते लोगों ने फूल के ऊपर ही मंदिर बनवा दिया।

गांव के लोग आज भी मानते हैं कि डोला आज भी न सिर्फ उनके गांव की रक्षा कर रही है बल्कि लोगों के दुख और दर्द को भी दूर करती है। इस मंदिर को डॉलर माता मंदिर के नाम से भी जानते है। क्योकि इस गांव में 1500 से अधिक लोग अमेरिकी है। सुनीता विलियम्स जब अंतरिक्ष यात्रा पर गई थी तब इस मंदिर में एक अखंड ज्योति जलाई थी जो लगातार 4 महीने तक जलती रही थी।