uttar pradesh में शहीदों की कहानियों को किया जाएगा डिजिटल

देश की आजादी के लिए अपना बलिदान देने वाले शहीदों की कहानियां अब एक क्लिक पर दुनिया के किसी भी कोने से सुलभता से पढ़ा जा सकेगा। योगी आदित्यनाथ सरकार अब स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित राज्य की सभी घटनाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लेकर आएगी, ताकि देश के स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता की कहानियों को
 | 
uttar pradesh में शहीदों की कहानियों को किया जाएगा डिजिटल

देश की आजादी के लिए अपना बलिदान देने वाले शहीदों की कहानियां अब एक क्लिक पर दुनिया के किसी भी कोने से सुलभता से पढ़ा जा सकेगा। योगी आदित्यनाथ सरकार अब स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित राज्य की सभी घटनाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लेकर आएगी, ताकि देश के स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता की कहानियों को ऑनलाइन पढ़ा जा सके।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता आंदोलन की घटनाओं और शहीदों से संबंधित साहित्य को एकत्र करने और ऑनलाइन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

योगी ने पहले से ही चार फरवरी से पूरे एक साल के लिए चौरी-चौरा शताब्दी समारोह आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।

स्वतंत्रता आंदोलन और शहीदों के साहित्य से संबंधित सभी महत्वपूर्ण घटनाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश में स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की कई साहसी और रोचक कहानियां हैं, जिनमें लखनऊ की 1925 में घटित काकोरी कांड, गोरखपुर की 1922 की चौरी-चौरा की घटना और 1857 में मेरठ में विद्रोह जैसी महत्वपूर्ण घटनाएं शामिल हैं।

शहीदों के सम्मान के प्रतीक के रूप में, राज्य सरकार अब इन्हें डिजिटल तरीके से पेश कर रही है और इन्हें ऑनलाइन करने जा रही है।

सरकार के प्रवक्ता ने कहा, “मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम में शहीदों के योगदान से संबंधित विषयों पर शोध करने और विश्वविद्यालयों में छात्रवृत्ति शुरू करने के निर्देश भी दिए हैं।”

न्यजू स्त्रोत आईएएनएस