दुनिया का सबसे अनोखा द्वीप, जो हर छह महीने में बदल लेता है अपना देश

आज 21 वीं सदी में अधिकांश देश स्वतंत्र हैं और अपने देश को उन नियमों और विनियमों द्वारा चला रहे हैं जो उन्होंने बनाए हैं, लेकिन आज भी दुनिया में कई ऐसी जगहें हैं जिनके बारे में जानकर हर कोई दंग रह जाता है इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे ही आइलैंड के
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दुनिया का सबसे अनोखा द्वीप, जो हर छह महीने में बदल लेता है अपना देश

आज 21 वीं सदी में अधिकांश देश स्वतंत्र हैं और अपने देश को उन नियमों और विनियमों द्वारा चला रहे हैं जो उन्होंने बनाए हैं, लेकिन आज भी दुनिया में कई ऐसी जगहें हैं जिनके बारे में जानकर हर कोई दंग रह जाता है इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे ही आइलैंड के बारे में बताने जा रहे हैं। जिस पर एक नहीं बल्कि दो देशों का कब्जा है और दोनों ही यहां शासन करते हैं।

दुनिया में कई द्वीप हैं जो अपने आप में बहुत खास हैं। लेकिन तीतर द्वीप नामक यह द्वीप फ्रांस और स्पेन के बीच है, जो हर छह महीने में अपना देश बदलता है। इसका मतलब है कि इस द्वीप पर फ्रांस और स्पेन दोनों का कब्जा है और दोनों देश इस द्वीप पर छह महीने तक शासन करते हैं।

इस द्वीप की सबसे खास बात यह है कि इस द्वीप को लेकर फ्रांस और स्पेन के बीच कोई झगड़ा नहीं है, बल्कि दोनों देश इसे स्वेच्छा से आदान-प्रदान करते हैं। यह परंपरा पिछले 350 वर्षों से दोनों देशों के बीच चल रही है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, इस द्वीप पर 1 फरवरी से 31 जुलाई तक स्पेन का कब्जा है और बाकी महीने, यानी 1 अगस्त से 31 जनवरी तक फ्रांस के पास है।

यह द्वीप बहुत छोटा है, बस 200 मीटर लंबा और 40 मीटर चौड़ा है। बीबीसी के मुताबिक, दूसरी तरफ से आने वाले लोगों को रोकने के लिए द्वीप से सटे नदी के किनारे हर 100 मीटर पर संतरी रखे गए थे। हालांकि, पानी के तेज प्रवाह और इसे सुरक्षित रखने में लापरवाही के कारण, इस द्वीप का आधे से अधिक हिस्सा अब खत्म हो गया है।

यह द्वीप अपनी शांति के लिए विश्व प्रसिद्ध है, लेकिन कहा जाता है कि यह फ्रांस और स्पेन के बीच बहुत लड़ाई का विषय था। हालांकि, तीन महीने की बातचीत के बाद, 1659 में दोनों देशों के बीच एक संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। जिस पर दोनों देशों ने हस्ताक्षर किए थे। जिसे आज हम पाइंस की संधि कहते हैं।