Vijayan के महिमामंडन से सीपीएम परेशान ?

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिलने के बाद जिस तरह से केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का महिमामंडन किया जा रहा है, उससे चारों ओर खलबली मची हुई है। पीपुल्स डेमोक्रेसी के नए संस्करण में शुक्रवार को उनके संपादकीय के बाद इस धारणा को बल मिला। इसमें कहा गया है
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Vijayan के महिमामंडन से सीपीएम परेशान ?

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिलने के बाद जिस तरह से केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का महिमामंडन किया जा रहा है, उससे चारों ओर खलबली मची हुई है। पीपुल्स डेमोक्रेसी के नए संस्करण में शुक्रवार को उनके संपादकीय के बाद इस धारणा को बल मिला।

इसमें कहा गया है कि इस ऐतिहासिक जीत को पूरी तरह से पिनराई विजयन के व्यक्तित्व और भूमिका को कम करने के लिए मीडिया और कुछ राजनीतिक टिप्पणीकारों का ये एक प्रयास है।

उनके अनुसार, यह एक सर्वोच्च नेता या मजबूत आदमी का उदय है जो एलडीएफ की चुनावी सफलता का मुख्य कारण था। उनका दावा है कि एक व्यक्ति सरकार और पार्टी पर हावी है।

यह बताता है कि, इसमें कोई संदेह नहीं है कि पिनराई विजयन ने मुख्यमंत्री के रूप में, नीति-निर्धारण को राजनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करने, लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए और नीतियों को लागू करने में प्रशासनिक क्षमता प्रदर्शित करने में एक नया मानक स्थापित किया है। फिर भी, जीत व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों प्रयासों का परिणाम है।

संपादकीय में लिखा है कि जहां तक माकपा और एलडीएफ का संबंध है, आने वाले मंत्रालय सामूहिक कार्य और व्यक्तिगत जिम्मेदारी की परंपरा जारी रखेंगे।

अब सभी की निगाहें उनकी पार्टी के कैबिनेट मंत्रियों की पसंद पर टिकी हैं और कैबिनेट में फिर से किसे रखा जाएगा।

कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए दोनों नेता कुछ समय से विजयन पर हमला कर रहे थे और उन्हें स्टालिन और हिटलर के सांचे में वर्णित कर रहे थे।

न्यज सत्रेात आईएएनएस